व्यापम का कलंक शिवराज का ताउम्र पीछा करता रहेगा, पत्रकार श्याम मीरा ने बहुत मेहनत से तैयार की है ये वीडियो, देखें
शिवराज के माथे पर व्यापम का कलंक छपा रहेगा, जीवन भर. मध्य प्रदेश में एक दो नहीं बल्कि मौत के व्यापक कारोबार का नाम है व्यापम घोटाला ..इस व्यापम के भ्रष्टाचार में पता नहीं कितने घर तबाह हो गए… इसका सही सही आंकलन करना संभव नहीं है ..
रोजगार के क्षेत्र में देश में आज तक इतना बड़ा घोटाला नहीं हुआ है जो शिवराज के कार्यकाल में मध्यप्रदेश में हुआ ..नाम व्यापम परीक्षा भर्ती घोटाला ..ये ऐसा घोटाला है जिसने मध्यप्रदेश की नींव को बर्बाद कर दिया ..जिसमें लाखों घर झुलस गए ..लाखों उन काबिल युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो गई जिनको उनके काबिलियत के आधार पर नौकरी नहीं मिली ..
मध्य प्रदेश के लोग ऐसी सरकार चुनते रहे जिन्होंने पहले उनका सपना फिर उनकी जिंदगी बर्बाद कर दी ..बहुतों को जेल की हवा खानी पड़ी… लेकिन व्यापम जैसे भ्रष्ट सिस्टम को बनाने वाले और राज्य के लोगों को सिर्फ भाषणों में सुरक्षा का आश्वासन देने वाले सत्ता के शीर्ष पर बैठे राजनेताओं को आंच तक नहीं आई ..

वैसे तो आपने कई बार देखा होगा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हमेशा भगवान की पूजा करते नज़र आते हैं ..हमेशा बाबा महाकाल के मंदिर में आराधना में लीन बैठे मिलते हैं..पर क्या बाबा महाकाल उन परिवारों को न्याय दे पाएंगे जो व्यापम घोटाले में बर्बाद हो गए ..? या उन लोगों को माफ़ कर देंगे जिनकी वजह से लाखों लोगों का सपना बर्बाद हो गया या जिन्होंने अपने किसी प्रिय को हमेशा के लिए खो दिया ..?
पता नहीं भगवान जी क्या तय करेंगे … पर इतना तो साफ़ है कि व्यापम आप अगर पूरा सुनेंगे और समझेंगे तो आपकी राय भी मध्यप्रदेश की मौजूदा सरकार, मौजूदा मुख्यमंत्री के लिए बदल जायेगी ..
ये भ्रष्ट सिस्टम बनता कैसे है ..? इस भ्रष्ट सिस्टम का आका कौन होता है जो हमेशा गुमनाम होता है ..? इस भ्रष्ट सिस्टम में सिर्फ मरता गरीब और आम इंसान ही क्यों है ..? इन सबका ज़वाब आज तक देश के सबसे बड़े व्यापम घोटाले में नही मिला..?
व्यापम घोटाले को उजागर हुए दस साल हो गए ..शुरुवात 2012 में हुई.. इस घोटाले में मौत का सिलसिला इंदौर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज की 19 साल की आदिवासी छात्रा से हुई ..7 जनवरी, 2012 को उनका शव उज्जैन में रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया..शायद कभी न कभी उज्जैन के राजा भगवान महाकाल इस आदिवासी छात्रा के बेबस आवाज को न्याय देंगे… उनके नगरी में एक छात्रा के साथ इस सिस्टम ने क्या किया, वो जानते होंगे ..




इस घटना के 3 साल बाद आजतक चैनल के पत्रकार अक्षय सिंह नम्रता के पिता का इंटरव्यू लेने झाबुआ गए.. इंटरव्यू रिकॉर्ड करने से पहले उन्हें खांसी होने लगी और मुंह से झाग़ बाहर निकलने लगा..और उनकी भी मौत हो गई ..
इसके एक दिन बाद एमपी के जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा जो मध्य प्रदेश के स्पेशल टास्क फ़ोर्स के पास 200 से ज़्यादा दस्तावेज़ जमा कराए थे..जो कथित तौर पर धांधली में शामिल थे..उनकी लाश दिल्ली के उप्पल होटल के कमरे में मिली ..अब आगे देखिए मौत का सिलसिला कहां तक चल रहा है … डाक्टर डी के जबलपुर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन डीन थे… साथ ही वे व्यापम की जांच कर रहे कॉलेज की आंतरिक जांच समिति के प्रभारी भी थे…
सुबह 8.45 बजे जब उनकी पत्नी टहलने को बाहर गई हुई थीं, तब वे आग की लपटों के बीच अपने घर से बाहर निकले थे…कहा गया कि डीन ने अपने घर के पीछे बगीचे में आत्महत्या कर ली थी..नरेंद्र राजपूत जिसने झांसी कॉलेज में बैचलर ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसीन एंड सर्जरी (बीएएमएस) से डिग्री हासिल की थी ..व्यापम घोटाले में बिचौलिए के तौर पर मामला दर्ज हुआ और इसकी 13 अप्रैल, 2014 को खेतों में काम करने के दौरान अचानक मौत हो गई ..
सरकार के अनुमान के मुताबिक 2007 से 2015 के बीच व्यापम मामले से जुड़े 32 लोगों की मौत हुई. हालांकि मीडिया के मुताबिक इस मामले में 40 से अधिक लोगों की मौत हुई..व्यापम में धोखाधड़ी और अनियमितताओं से जुड़े और रहस्यमय परिस्थितियों में मरने वाले अधिकांश संदिग्धों की पहचान बिचौलिए या मिडिल मैन के तौर पर की गई थी…
व्यापम घोटाले में सिर्फ नुकसान उनका ही नहीं हुआ जिनके परिवार ने अपना कोई खो दिया… उनका भी हुआ जिनको घरों के युवा बच्चे जेल गए और लाखों परिवार जिनके बच्चे काबिल होने के बाद भी नौकरी नहीं पा सके ..
इस मामले में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का भी किसी न किसी रूप में रोल बताया जा रहा है जिनको हमेशा प्रदेश की सुख समृद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करते देखा जाता है ..ये अपने आपको प्रदेश का मामा बुलवाने में गर्व महसूस करते हैं ..पर क्या उन लाखों भांजे भांजियों को न्याय दे पाए जिनका घर इनके भ्रष्ट सिस्टम ने झुलसा दिया ..?
तेजतर्रार पत्रकार श्याम मीरा सिंह द्वारा बहुत मेहनत से तैयार ये वीडियो देखिए ..और समझिए की शिवराज कितने दयालु , कर्तव्य निष्ट और ईमानदार हैं उस राज्य की जनता के लिए जिन्होंने इनको पिछले 18 साल से शीर्ष पर बैठाया हुआ है ..कैसे बीजेपी के नेताओं का नाम इस घोटाले में आया और कैसे किसी और का नाम डाला गया, ये भी इस वीडियो में जानिए ..उमा भारती , शिवराज और उनकी पत्नी से लेकर आरएसएस तक के तार कैसे जुड़े हैं, इस वीडियो के देखने के बाद समझ में आयेगा ..और फिर सोचिए कि मध्यप्रदेश के लोग किसके हाथ में अपना भविष्य दे के बैठे हैं … चुनाव सामने हैं, सोच समझ कर वोट करिए…. https://youtu.be/Ikj8fl8MLMQ?si=p-aCFEJk75MoPKpG